रायपुर प्रांतीय अखंड ब्राह्मण समाज ने की 25 हजार पढ़ाई-राशि सहायता

रायपुर, 25 फरवरी। प्रांतीय अखंड ब्राह्मण समाज ने बताया कि समाज ने जरूरतमंद के लिए बढ़ाया सहयोग का हाथ। पिता नहीं हैं होनहार बालक अंकित को परीक्षा फीस भरकर की मदद। संगठन की नीति अनुरूप किसी भी समाज का कोई होनहार बच्चा ,पढ़ाई से न हो वंचित इस ध्येय को ध्यान में रखकर समय समय पर ऐसे बच्चों की आर्थिक मदद के लिए साथ खड़ा रहता हैं। समाज ने बताया कि आज एक होनहार बालक जिसे आगे प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी की लगन और निष्ठा को देखकर समाज के लिए समाज के द्वारा की तजऱ् पर इस बिन बाप के बच्चें की गुहार सुन उसके आगे की पढ़ाई के लिए 25000 की राशि प्रदान कर उसे भविष्य के लिए आशीर्वाद दिए। समाज ने बताया कि कुछ समय पहले अभी सोनी परिवार जहां माँ का केंसर से निधन हो जाने के बाद ओपन हार्ट सर्जरी पिता के ऊपर मुसीबत का पहाड़ टूट गया उसके तीन बच्चों जिसमें बड़ा बेटा पूर्णता विकलांग और दो बच्चों की फीस जमा न कर पाने की स्थिति से उन्हें परीक्षा से वंचित होने से बचाया उनकी करीब 15000 फीस जमा करवाये। समाज ने बताया कि इस प्रकार संगठन के ध्यान में जब भी कोई भी उचित जरूरतमंद आता है अपनी क्षमता अनुसार अवश्य साथ खड़े होने का भाव व सहयोग करने की कोशिश करते हैं।

रायपुर प्रांतीय अखंड ब्राह्मण समाज  ने की 25 हजार पढ़ाई-राशि सहायता
रायपुर, 25 फरवरी। प्रांतीय अखंड ब्राह्मण समाज ने बताया कि समाज ने जरूरतमंद के लिए बढ़ाया सहयोग का हाथ। पिता नहीं हैं होनहार बालक अंकित को परीक्षा फीस भरकर की मदद। संगठन की नीति अनुरूप किसी भी समाज का कोई होनहार बच्चा ,पढ़ाई से न हो वंचित इस ध्येय को ध्यान में रखकर समय समय पर ऐसे बच्चों की आर्थिक मदद के लिए साथ खड़ा रहता हैं। समाज ने बताया कि आज एक होनहार बालक जिसे आगे प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी की लगन और निष्ठा को देखकर समाज के लिए समाज के द्वारा की तजऱ् पर इस बिन बाप के बच्चें की गुहार सुन उसके आगे की पढ़ाई के लिए 25000 की राशि प्रदान कर उसे भविष्य के लिए आशीर्वाद दिए। समाज ने बताया कि कुछ समय पहले अभी सोनी परिवार जहां माँ का केंसर से निधन हो जाने के बाद ओपन हार्ट सर्जरी पिता के ऊपर मुसीबत का पहाड़ टूट गया उसके तीन बच्चों जिसमें बड़ा बेटा पूर्णता विकलांग और दो बच्चों की फीस जमा न कर पाने की स्थिति से उन्हें परीक्षा से वंचित होने से बचाया उनकी करीब 15000 फीस जमा करवाये। समाज ने बताया कि इस प्रकार संगठन के ध्यान में जब भी कोई भी उचित जरूरतमंद आता है अपनी क्षमता अनुसार अवश्य साथ खड़े होने का भाव व सहयोग करने की कोशिश करते हैं।