प्राथमिक उत्पादों के लिए वेदांता एल्यूमिनियम ने लाया दुनिया का सबसे बड़ा ऑनलाइन सुपरस्टोर

नई दिल्ली, 14 फरवरी। वेदांता एल्यूमिनियम ने बताया कि भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक कंपनी वेदांता एल्यूमिनियम ने प्राथमिक एल्यूमिनियम के लिए एक नया ई-सुपरस्टोर वेदांता मेटल बाजार लांच करने की घोषणा की है जिससे देश में एल्यूमिनियम खरीदने व बेचने के तरीके में बड़ा बदलाव होगा। वेदांता ने बताया कि लांच के साथ ही यह सुपरस्टोर 750 से अधिक एल्यूमिनियम उत्पाद पेश कर रहा है जिनमें वेदांता एल्यूमिनियम की विस्तृत रेंज शामिल है। इस प्लेटफॉर्म पर ए.आई. आधारित प्राइस डिस्कवरी उपलब्ध है जिसकी मदद से ग्राहक कीमतों के उतार-चढ़ाव के बीच भी बेमिसाल सौदा प्राप्त कर सकते हैं। वेदांता ने बताया कि इस प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध उत्पादों में इंगॉट्स, बिलेट्स, प्राइमरी फाउंड्री अलॉय (पीएफए), वायर रॉड्स, रोल्ड प्रोडक्ट, फ्लिप कॉइल्स, हॉट मेटल और रिस्टोरा (भारत का पहला लो-कार्बन एल्यूमिनियम) शामिल हैं। इसके अलावा यह सुपरस्टोर कस्टमाइज़ सॉल्यूशन भी पेश करता है जिन्हें कंपनी के ग्राहकों की जरूरत के मुताबिक तैयार किया जाता है। वेदांता ने बताया कि एयरोस्पेस, ऑटोमोटिव, बिल्डिंग व कंस्ट्रक्शन, ऊर्जा वितरण, रक्षा आदि अहम उद्योगों के लिए एल्यूमिनियम महत्वपूर्ण कच्चा माल है। विश्व में ऊर्जा में बदलाव हेतु इसे महत्वपूर्ण धातु माना गया है। यह नवीकरणीय ऊर्जा, इलेक्ट्रिक वाहन, ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर, हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग जैसे उभरते क्षेत्रों के लिए बेहद अहम है। वेदांता ने बताया कि इसी वजह से एल्यूमिनियम को भविष्य की धातु का खिताब दिया गया है। हालांकि अब तक एल्यूमिनियम खरीदना एक पेचीदा और बहुत संसाधन खपाने वाली प्रक्रिया थी। खरीददारों को कीमतों के उतार-चढ़ाव पर निगाह रखनी होती है, अनेक पैरामीटरों पर मोलभाव करना होता है जो कि अक्सर बहुत जटिल और समय खपाने वाला काम होता है। वेदांता ने बताया कि लॉजिस्टिक की योजना बनानी होती है और वित्तीय समाधान हेतु फॉलोअप करना पड़ता है जिसमें अक्सर ऑर्डर डिलिवरी के बारे में कोई स्पष्टता नहीं दिखती। खरीददार को अनदेखे अवरोधों के कारण गंभीर उत्पादन एवं वित्त संबंधी नुकसान की आशंका होती है और उसके अहम संसाधन फंस जाते हैं।

प्राथमिक उत्पादों के लिए वेदांता एल्यूमिनियम ने लाया दुनिया का सबसे बड़ा ऑनलाइन सुपरस्टोर
नई दिल्ली, 14 फरवरी। वेदांता एल्यूमिनियम ने बताया कि भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक कंपनी वेदांता एल्यूमिनियम ने प्राथमिक एल्यूमिनियम के लिए एक नया ई-सुपरस्टोर वेदांता मेटल बाजार लांच करने की घोषणा की है जिससे देश में एल्यूमिनियम खरीदने व बेचने के तरीके में बड़ा बदलाव होगा। वेदांता ने बताया कि लांच के साथ ही यह सुपरस्टोर 750 से अधिक एल्यूमिनियम उत्पाद पेश कर रहा है जिनमें वेदांता एल्यूमिनियम की विस्तृत रेंज शामिल है। इस प्लेटफॉर्म पर ए.आई. आधारित प्राइस डिस्कवरी उपलब्ध है जिसकी मदद से ग्राहक कीमतों के उतार-चढ़ाव के बीच भी बेमिसाल सौदा प्राप्त कर सकते हैं। वेदांता ने बताया कि इस प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध उत्पादों में इंगॉट्स, बिलेट्स, प्राइमरी फाउंड्री अलॉय (पीएफए), वायर रॉड्स, रोल्ड प्रोडक्ट, फ्लिप कॉइल्स, हॉट मेटल और रिस्टोरा (भारत का पहला लो-कार्बन एल्यूमिनियम) शामिल हैं। इसके अलावा यह सुपरस्टोर कस्टमाइज़ सॉल्यूशन भी पेश करता है जिन्हें कंपनी के ग्राहकों की जरूरत के मुताबिक तैयार किया जाता है। वेदांता ने बताया कि एयरोस्पेस, ऑटोमोटिव, बिल्डिंग व कंस्ट्रक्शन, ऊर्जा वितरण, रक्षा आदि अहम उद्योगों के लिए एल्यूमिनियम महत्वपूर्ण कच्चा माल है। विश्व में ऊर्जा में बदलाव हेतु इसे महत्वपूर्ण धातु माना गया है। यह नवीकरणीय ऊर्जा, इलेक्ट्रिक वाहन, ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर, हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग जैसे उभरते क्षेत्रों के लिए बेहद अहम है। वेदांता ने बताया कि इसी वजह से एल्यूमिनियम को भविष्य की धातु का खिताब दिया गया है। हालांकि अब तक एल्यूमिनियम खरीदना एक पेचीदा और बहुत संसाधन खपाने वाली प्रक्रिया थी। खरीददारों को कीमतों के उतार-चढ़ाव पर निगाह रखनी होती है, अनेक पैरामीटरों पर मोलभाव करना होता है जो कि अक्सर बहुत जटिल और समय खपाने वाला काम होता है। वेदांता ने बताया कि लॉजिस्टिक की योजना बनानी होती है और वित्तीय समाधान हेतु फॉलोअप करना पड़ता है जिसमें अक्सर ऑर्डर डिलिवरी के बारे में कोई स्पष्टता नहीं दिखती। खरीददार को अनदेखे अवरोधों के कारण गंभीर उत्पादन एवं वित्त संबंधी नुकसान की आशंका होती है और उसके अहम संसाधन फंस जाते हैं।