सुयश हॉस्पिटल में बिना चीर-फाड़ वाल्व रिप्लेसमेंट

रायपुर, 18 सितंबर।सुयश हॉस्पिटल ने बताया कि कोटा स्थित सुयश हॉस्पिटल के हृदय रोग विभाग ने एक महत्वपुर्ण मुकाम हासिल करते हुए बिना चीर फाड़ के हृदय के वाल्व रिप्लेसमेंट की प्रक्रिया शुरू की है। विभागाध्यक्ष डॉ गौरव त्रिपाठी जी के अनुसार वे मरीज़ जिनके दिल के वाल्व में खराबी आती है, उन्हें सामन्यता: ओपन हार्ट सर्जरी के द्वारा वाल्व चेंज करवाना होता है। हॉस्पिटल ने बताया कि ओपन हार्ट सर्जरी एक जटिल प्रक्रिया है और वो मरीज जो ज्यादा उम्र या अन्य किसी बीमारी की वजह से सर्जरी के लिए फिट नहीं होते, उन्हें बिना इलाज के ही जान गवानी पड़ती है। आधुनिक युग में बिना चीरा फाड़ी के पाँव की नस के रास्ते से वाल्व को चेंज करना संभव हुआ

सुयश हॉस्पिटल में बिना चीर-फाड़ वाल्व रिप्लेसमेंट
रायपुर, 18 सितंबर।सुयश हॉस्पिटल ने बताया कि कोटा स्थित सुयश हॉस्पिटल के हृदय रोग विभाग ने एक महत्वपुर्ण मुकाम हासिल करते हुए बिना चीर फाड़ के हृदय के वाल्व रिप्लेसमेंट की प्रक्रिया शुरू की है। विभागाध्यक्ष डॉ गौरव त्रिपाठी जी के अनुसार वे मरीज़ जिनके दिल के वाल्व में खराबी आती है, उन्हें सामन्यता: ओपन हार्ट सर्जरी के द्वारा वाल्व चेंज करवाना होता है। हॉस्पिटल ने बताया कि ओपन हार्ट सर्जरी एक जटिल प्रक्रिया है और वो मरीज जो ज्यादा उम्र या अन्य किसी बीमारी की वजह से सर्जरी के लिए फिट नहीं होते, उन्हें बिना इलाज के ही जान गवानी पड़ती है। आधुनिक युग में बिना चीरा फाड़ी के पाँव की नस के रास्ते से वाल्व को चेंज करना संभव हुआ