प. बंगाल भाजपा प्रमुख कार के बोनट से गिरने से घायल, अस्पताल ले जाया गया

कोलकाता, 14 फरवरीभारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रमुख सुकांत मजूमदार उत्तर 24 परगना जिले में बुधवार को कार के बोनट पर खड़े होकर पत्रकारों को संबोधित करने के दौरान संतुलन बिगड़ने से गिर पड़े और चोटिल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पार्टी के एक पदाधिकारी ने यह जानकारी दी। मजूमदार को जिला प्रशासन ने मंगलवार को अशांत संदेशखालि जाने से रोक दिया था। उन्हें बशीरहाट पुलिस जिला एसपी (पुलिस अधीक्षक) कार्यालय के सामने धरने के बाद देर रात टाकि में एक अतिथि गृह में रखा गया था। प्रदेश भाजपा प्रमुख ने बुधवार सुबह फिर से संदेशखालि जाने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें क्षेत्र से बाहर नहीं जाने दिया। पार्टी पदाधिकारी ने बताया कि राज्य की बालुरघाट लोकसभा सीट से सांसद मजूमदार कार के बोनट पर खड़े होकर पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। तभी उनका पैर फिसल गया और वह गिर पड़े। यह घटना भारत-बांग्लादेश सीमा पर इचामती नदी के तट पर टाकि में हुई। पदाधिकारी ने कहा कि कार के विंडस्क्रीन पर पुलिस का स्टीकर चिपका हुआ था। उन्होंने बताया कि घटना के बाद उन्हें बशीरहाट उपमंडलीय अस्पताल ले जाया गया। मजूमदार ने बुधवार को आरोप लगाया कि राज्य पुलिस ने उन्हें अशांत संदेशखालि जाने से रोकने के लिए उनके लॉज की घेराबंदी कर दी है। संदेशखालि में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रति निष्ठा रखने वाले गुंडों द्वारा ग्रामीणों पर कथित अत्याचार को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। मजूमदार ने कहा कि उन्हें प्रदर्शनकारियों से मिलने के लिए दोपहर के बाद संदेशखालि जाना था। उन्होंने पीटीआई-भाषा को बताया, कल के प्रदर्शन के बाद मैंने टाकि में एक लॉज में रहने का फैसला किया ताकि यथाशीघ्र संदेशखालि जा सकूं। लेकिन सुबह से ही पुलिस ने मेरे लॉज के प्रवेश द्वार को बाधित कर दिया है और किसी को बाहर नहीं जाने दे रही है। मजूमदार ने दावा किया कि उन्हें नजरबंद कर दिया गया है। हालांकि, पुलिस ने इससे इनकार किया है। लॉज के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल की दंगारोधी उपकरणों और साजो सामान के साथ तैनाती देखी गई है। संदेशखालि, टाकि से करीब 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए आरोप लगाया कि भाजपा माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रही है। घोष ने कहा, आरोप निराधार हैं। भाजपा इलाके का माहौल खराब करने की कोशिश कर रही है। वे कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगाड़ना चाहते हैं। संदेशखालि में बुधवार को लगातार सातवें दिन विरोध प्रदर्शन जारी है। बड़ी संख्या में महिलाएं सड़कों पर हैं और तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां और उनके कथित गिरोह की गिरफ्तारी की मांग कर रही हैं। शाहजहां और उसके सहयोगियों के खिलाफ जमीन पर जबरन कब्जा करने और महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने सहित कई आरोप हैं। पिछले महीने प्रवर्तन निदेशालय की टीम कथित राशन घोटाले में शाहजहां के आवास पर छापेमारी करने गई थी जिस पर भीड़ ने हमला कर दिया था। वह पिछले महीने से फरार हैं।(भाषा)

प. बंगाल भाजपा प्रमुख कार के बोनट से गिरने से घायल, अस्पताल ले जाया गया
कोलकाता, 14 फरवरीभारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रमुख सुकांत मजूमदार उत्तर 24 परगना जिले में बुधवार को कार के बोनट पर खड़े होकर पत्रकारों को संबोधित करने के दौरान संतुलन बिगड़ने से गिर पड़े और चोटिल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पार्टी के एक पदाधिकारी ने यह जानकारी दी। मजूमदार को जिला प्रशासन ने मंगलवार को अशांत संदेशखालि जाने से रोक दिया था। उन्हें बशीरहाट पुलिस जिला एसपी (पुलिस अधीक्षक) कार्यालय के सामने धरने के बाद देर रात टाकि में एक अतिथि गृह में रखा गया था। प्रदेश भाजपा प्रमुख ने बुधवार सुबह फिर से संदेशखालि जाने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें क्षेत्र से बाहर नहीं जाने दिया। पार्टी पदाधिकारी ने बताया कि राज्य की बालुरघाट लोकसभा सीट से सांसद मजूमदार कार के बोनट पर खड़े होकर पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। तभी उनका पैर फिसल गया और वह गिर पड़े। यह घटना भारत-बांग्लादेश सीमा पर इचामती नदी के तट पर टाकि में हुई। पदाधिकारी ने कहा कि कार के विंडस्क्रीन पर पुलिस का स्टीकर चिपका हुआ था। उन्होंने बताया कि घटना के बाद उन्हें बशीरहाट उपमंडलीय अस्पताल ले जाया गया। मजूमदार ने बुधवार को आरोप लगाया कि राज्य पुलिस ने उन्हें अशांत संदेशखालि जाने से रोकने के लिए उनके लॉज की घेराबंदी कर दी है। संदेशखालि में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रति निष्ठा रखने वाले गुंडों द्वारा ग्रामीणों पर कथित अत्याचार को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। मजूमदार ने कहा कि उन्हें प्रदर्शनकारियों से मिलने के लिए दोपहर के बाद संदेशखालि जाना था। उन्होंने पीटीआई-भाषा को बताया, कल के प्रदर्शन के बाद मैंने टाकि में एक लॉज में रहने का फैसला किया ताकि यथाशीघ्र संदेशखालि जा सकूं। लेकिन सुबह से ही पुलिस ने मेरे लॉज के प्रवेश द्वार को बाधित कर दिया है और किसी को बाहर नहीं जाने दे रही है। मजूमदार ने दावा किया कि उन्हें नजरबंद कर दिया गया है। हालांकि, पुलिस ने इससे इनकार किया है। लॉज के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल की दंगारोधी उपकरणों और साजो सामान के साथ तैनाती देखी गई है। संदेशखालि, टाकि से करीब 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए आरोप लगाया कि भाजपा माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रही है। घोष ने कहा, आरोप निराधार हैं। भाजपा इलाके का माहौल खराब करने की कोशिश कर रही है। वे कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगाड़ना चाहते हैं। संदेशखालि में बुधवार को लगातार सातवें दिन विरोध प्रदर्शन जारी है। बड़ी संख्या में महिलाएं सड़कों पर हैं और तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां और उनके कथित गिरोह की गिरफ्तारी की मांग कर रही हैं। शाहजहां और उसके सहयोगियों के खिलाफ जमीन पर जबरन कब्जा करने और महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने सहित कई आरोप हैं। पिछले महीने प्रवर्तन निदेशालय की टीम कथित राशन घोटाले में शाहजहां के आवास पर छापेमारी करने गई थी जिस पर भीड़ ने हमला कर दिया था। वह पिछले महीने से फरार हैं।(भाषा)