डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल सिंह लोकसभा चुनाव में आजमाएगा अपनी किस्मत

डिब्रूगढ़, 27 अप्रैल । असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के लोकसभा चुनाव लड़ने पर सस्पेंस अब खत्म हो गया है। उनके वकील और पूर्व सांसद राजदेव सिंह ने अमृतपाल सिंह के चुनाव लड़ने का आधिकारिक ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा, पहले भी जेल में बंद कई लोग चुनाव लड़ चुके हैं। अमृतपाल खड़ूर साहब से चुनाव लड़ेगा। वह किसी दल से नहीं, बल्कि निर्दलीय चुनाव लड़ेगा। सभी धर्मों के लोग उनका अपार समर्थन करेंगे। निसंदेह, अमृतपाल चुनाव में जीत हासिल करेंगे। उन्होंने आगे कहा, पंजाब सरकार ने अमृतपाल के खिलाफ एनएसए लगाया था। इसका वह लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर माकूल जवाब देंगे। गौरतलब है कि गत वर्ष अमृतपाल ने खालिस्तानी आंदोलन को लेकर बड़ी मुहिम छेड़ी थी। विदेशी भूमि पर कई लोगों ने खुलकर अमृतपाल का सपोर्ट किया था। इसके बाद हरकत में आई पुलिस और जांच एजेंसी ने उसे कई दिनों की तलाशी के बाद असम से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उस पर लगे गंभीर आरोपों को ध्यान में रखते हुए उसके खिलाफ रासुका (एनएसए) भी लगाई गई थी। अमृतपाल की गिरफ्तारी को पंजाब पुलिस ने अपने लिए बड़ी सफलता के रूप में रेखांकित किया था। (आईएएनएस)

डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल सिंह लोकसभा चुनाव में आजमाएगा अपनी किस्मत
डिब्रूगढ़, 27 अप्रैल । असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के लोकसभा चुनाव लड़ने पर सस्पेंस अब खत्म हो गया है। उनके वकील और पूर्व सांसद राजदेव सिंह ने अमृतपाल सिंह के चुनाव लड़ने का आधिकारिक ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा, पहले भी जेल में बंद कई लोग चुनाव लड़ चुके हैं। अमृतपाल खड़ूर साहब से चुनाव लड़ेगा। वह किसी दल से नहीं, बल्कि निर्दलीय चुनाव लड़ेगा। सभी धर्मों के लोग उनका अपार समर्थन करेंगे। निसंदेह, अमृतपाल चुनाव में जीत हासिल करेंगे। उन्होंने आगे कहा, पंजाब सरकार ने अमृतपाल के खिलाफ एनएसए लगाया था। इसका वह लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर माकूल जवाब देंगे। गौरतलब है कि गत वर्ष अमृतपाल ने खालिस्तानी आंदोलन को लेकर बड़ी मुहिम छेड़ी थी। विदेशी भूमि पर कई लोगों ने खुलकर अमृतपाल का सपोर्ट किया था। इसके बाद हरकत में आई पुलिस और जांच एजेंसी ने उसे कई दिनों की तलाशी के बाद असम से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उस पर लगे गंभीर आरोपों को ध्यान में रखते हुए उसके खिलाफ रासुका (एनएसए) भी लगाई गई थी। अमृतपाल की गिरफ्तारी को पंजाब पुलिस ने अपने लिए बड़ी सफलता के रूप में रेखांकित किया था। (आईएएनएस)