डेढ़ लाख की रिश्वत लेते एसीबी के हत्थे चढ़ा पीएचई एसडीओ

टेंडर बिल पास के एवज में ठेकेदार से मांगी थी घूस छत्तीसगढ़ संवाददाता राजनांदगांव, 5 अप्रैल। खैरागढ़ जिले के छुईखदान अनुभाग में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के एसडीओ को एंटी करप्शन ब्यूरो ने रंगे हाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। टेंडर बिल पास करने के नाम पर एक ठेकेदार से एसडीओ ने डेढ़ लाख रुपए घूस देने की मांग की थी। ठेकेदार की शिकायत पर एसीबी ने एसडीओ को डेढ़ लाख नगद राशि के साथ गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के मुताबिक छुईखदान में पदस्थ पीएचई विभाग के एसडीओ राजेश मरावे ठेकेदार प्रवीण तिवारी से एक टेंडर बिल को पास करने के लिए रिश्वत मांग रहा था। एसडीओ द्वारा बिल पास करने में ना-नुकूर की जा रही थी। ठेकेदार से डेढ़ लाख रुपए देने की सूरत में ही एसडीओ बिल पास करने के लिए अड़ा रहा। इससे परेशान होकर ठेकेदार ने एंटी करप्शन ब्यूरो से शिकायत कर दी। बताया जा रहा है कि ठेकेदार को नल-जल योजना के तहत 62 लाख रुपए का एक ठेका मिला था। जिसकी रनिंग बिल के लिए 17 लाख रुपए का भुगतान विभाग द्वारा किया जाना था, लेकिन एसडीओ रिश्वत नहीं देने के कारण भुगतान नहीं करने में टालमटोल कर रहा था। एसीबी की टीम ने अफसर को बकायदा ट्रैप कर गिररफ्तार किया है। एसीबी घूसखोरी करने वाले अफसर को अपने साथ रायपुर ले गई। बताया जा रहा है कि आज उससे पूछताछ की जा रही है। इसके बाद उसे न्यायालय में पेश किया जाएगा।

डेढ़ लाख की रिश्वत लेते एसीबी के हत्थे चढ़ा पीएचई एसडीओ
टेंडर बिल पास के एवज में ठेकेदार से मांगी थी घूस छत्तीसगढ़ संवाददाता राजनांदगांव, 5 अप्रैल। खैरागढ़ जिले के छुईखदान अनुभाग में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के एसडीओ को एंटी करप्शन ब्यूरो ने रंगे हाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। टेंडर बिल पास करने के नाम पर एक ठेकेदार से एसडीओ ने डेढ़ लाख रुपए घूस देने की मांग की थी। ठेकेदार की शिकायत पर एसीबी ने एसडीओ को डेढ़ लाख नगद राशि के साथ गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के मुताबिक छुईखदान में पदस्थ पीएचई विभाग के एसडीओ राजेश मरावे ठेकेदार प्रवीण तिवारी से एक टेंडर बिल को पास करने के लिए रिश्वत मांग रहा था। एसडीओ द्वारा बिल पास करने में ना-नुकूर की जा रही थी। ठेकेदार से डेढ़ लाख रुपए देने की सूरत में ही एसडीओ बिल पास करने के लिए अड़ा रहा। इससे परेशान होकर ठेकेदार ने एंटी करप्शन ब्यूरो से शिकायत कर दी। बताया जा रहा है कि ठेकेदार को नल-जल योजना के तहत 62 लाख रुपए का एक ठेका मिला था। जिसकी रनिंग बिल के लिए 17 लाख रुपए का भुगतान विभाग द्वारा किया जाना था, लेकिन एसडीओ रिश्वत नहीं देने के कारण भुगतान नहीं करने में टालमटोल कर रहा था। एसीबी की टीम ने अफसर को बकायदा ट्रैप कर गिररफ्तार किया है। एसीबी घूसखोरी करने वाले अफसर को अपने साथ रायपुर ले गई। बताया जा रहा है कि आज उससे पूछताछ की जा रही है। इसके बाद उसे न्यायालय में पेश किया जाएगा।